भारत पर ब्रिटिश शासन का प्रभाव बहुत ही बुरा था। भारत पर ब्रिटिश शासन एवं संस्कृति का बहुत ही बड़ा प्रभाव पड़ा। अंग्रेजी शासन के फल स्वरुप भारत के राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक तथा सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए।
इंग्लैंड में तो संपूर्ण भारतीय समाज का ढांचा ही भंग कर दिया। पूर्व में भारतीय सामाजिक तथा आर्थिक आधार को नहीं बदला था और उनमें से अधिकांश भारतीय जीवन के अंग बन गए थे। अंग्रेजी विजय ने तो भारतीय सामाजिक व आर्थिक आधार को ही बदल दिया। यह लोग सदैव विदेशी रहे और सदैव भारत का दोहन करते रहे।
भारत पर नवजागरण का प्रभाव | Impact of Renaissance on India
भारत पर ब्रिटिश शासन का प्रभाव
भारत पर ब्रिटिश शासन का प्रभाव बहुत ही बुरा था। भारत पर ब्रिटिश शासन के फलस्वरूप राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव भी हुए। जो निम्नलिखित हैं।
राजनीतिक प्रभाव
एक केंद्रीय सरकार के अधीन भारत की राजनीतिक एकता स्थापित होना अंग्रेजी शासन की सबसे प्रमुख देन थी। भारत के एक कोने के लोग दूसरे कोने तक जाने के लिए अंग्रेजी शासन के सूत्र में बंध गए। अंग्रेजों को संपूर्ण देश में एक सी शासन प्रणाली स्थापित करने के लिए बाध्य किया गया।
अंग्रेजी शासकों ने सैनिक संरक्षण तथा आर्थिक शोषण के लिए सड़कों, रेलों तथा डाक तार की व्यवस्था स्थापित की। इससे भारत में एकता स्थापित हुई और एकता की भावना जाएगी। आगे चलकर शिक्षित मध्यम वर्ग का उदय हुआ तथा समाचार पत्रों का विकास हुआ।
इन सभी विकास द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जैसी राजनीतिक संस्था का उदय हुआ। प्रारंभ में अंग्रेजों का प्रयास था कि कांग्रेस एक ब्रिटिश संस्था बने लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आगे चलकर कांग्रेस एक भारतीय पार्टी बनी और अंग्रेजों को ही चुनौती देनी प्रारंभ कर दी तथा स्वराज की मांग करने लगी।
आर्थिक प्रभाव
भारत में अंग्रेजों का प्रमुख उद्देश्य आर्थिक शोषण था। उन्होंने भारत में आर्थिक स्रोतों का शोषण किया और आर्थिक शोषण करने के लिए उन्होंने छल कपट का मार्ग अपनाया। जब 1947 ई• में अंग्रेज यहां से गए तो भारत आर्थिक रूप से कमजोर देश बन चुका था।
अंग्रेज जब भारत आए थे तो भारत में सबसे ज्यादा नुकसान यहां के छोटे बड़े उद्योगों को हुआ था। प्लासी के युद्ध के बाद अंग्रेजों ने भारतीय व्यापारियों को इतना कम मूल्य देना प्रारंभ कर दिया कि शिल्पियों ने माल ही बनाना बंद कर दिया। अंग्रेजों ने भारत को सबसे ज्यादा कमजोर आर्थिक रूप से किया था।
सांस्कृतिक प्रभाव
भारत के सांस्कृतिक जीवन पर ब्रिटिश शासन का व्यापक प्रभाव पड़ा। भारतीय सामाजिक जीवन में कला, चित्रकला, साहित्य, काव्य, नाटक, उपन्यास तथा धर्म आदि सभी पर अंग्रेजों का प्रभाव हो गया था।
